Friday, 13 February 2015

उड़ान-2014-15

     =हाइबुन ==
कुछ दिन पहले मेरा जन्मदिन था। जन्मदिन से एक दिन पहले मैं स्कूल से अपने घर लौटा तो मेरे पिता जी ने मुझे एक प्यारा सा तोता तोहफे में दिया। वह बहुत ही प्यारा था, उसे मैंने अपने दोस्तों को दिखाया सभी ने उसे बड़े प्यार से देखा। तोते ने सभी के सामने अपनी लाल चोंच से पानी पिया। वह टें टें करके बालता कभी कभी सीटी भी बजा लेता। कुछ दिनों के बाद उसने कुछ शब्द भी बोलने सीख लिये। मैं अपने तोते के साथ बहुत खुशी से रहता हूँ परन्तु कभी-कभी सोचता हूँ कि शायद मेरा तोता अपने परिवार से अपने जंगल से बिछुड़ कर दुखी होगा, शायद उन्हें याद करता होगा। परन्तु मैं अपने तोते के साथ बहुत खुश हूँ।

मिला है तोता
हँसता-खेलता हूँ
तोते के साथ

-अभिषेक कुमार प्रसाद
कक्षा 9 अ

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