Friday, 13 February 2015

उड़ान-2014-15

मैं बैठा था उदास छत पर
सोच रहा था बीते कल पर
अचानक वारिश की बूँदें गिरीं मेरे ऊपर
मैं नहाने लगा सब कुछ भूलकर

-मनमोहन सिंह
कक्षा 10 ब

No comments:

Post a Comment